नुक्‍कड़ परिवार की ओर से दीपावली पर ज्‍योतिकामनाएं

Posted on
  • by
  • अविनाश वाचस्पति
  • in
  • Labels: , ,
    1. कैप्शन जोड़ें

    दीपावली पर्व पर ज्‍योतिकामनाएं
    उजाला विचारों का, सारे जहां में
    भरपूर फैलायें, करूं ऐसी कामनाएं ।

    पसंद आयेंगे विचार, तो सराहेंगे
    नहीं आयेंगे तो, आप समझायेंगे
    पथ प्रदर्शक बनें आप, हम चाहेंगे।

    दीपावली में गले लगकर अंधेरे के
    रोशनी स्‍याही भी है,  उजाला भी
    सारे जहां में महकायें, हम चाहेंगे।

    नुक्‍कड़ परिवार की ओर से समस्‍त पाठकों, लेखकों, बेपाठकों, बेलेखकों अर्थात्  समस्‍त श्रेणियों में  दीपावली के पावन पर्व की असीम ज्‍योतिकामनाएं वितरित की जा रही हैं।
    विनम्र अनुरोध है कि इन शुभकामनाओं को ही व्‍यक्तिगत संदेश की मान्‍यता प्रदान करने का कष्‍ट कीजिएगा। 
    सादर/सस्‍नेह

    17 टिप्‍पणियां:

    1. खुबसूरत रचना सीधी सादी अच्छी लगी , दीवाली की शुभकामनायें

      जवाब देंहटाएं
    2. दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!!!

      जवाब देंहटाएं
    3. दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ

      जवाब देंहटाएं
    4. दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ.....

      जवाब देंहटाएं
    5. शुभ दीपावली.... दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...

      जवाब देंहटाएं
    6. दीवाली की हार्दिक शुभकामनायें ।

      जवाब देंहटाएं
    7. आपको भी सपरिवार दिपोत्सव की शुभकामनाएँ

      जवाब देंहटाएं
    8. दिवाली पर्व है खुशियों का, उजालो का, लक्ष्मी का! यह दिवाली आपकी ज़िन्दगी खुशियों से भरी हो, दुनिया उजालो से रोशन हो, घर पर माँ लक्ष्मी का आगमन हो!
      शुभ दीपावली!

      जवाब देंहटाएं
    9. बहुत ख़ूबसूरत पंक्तियाँ आदरणीय अविनाश जी, आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

      जवाब देंहटाएं
    10. आपको समस्त परिवार सहित
      दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभ-कामनाएं
      धन्यवाद
      संजय कुमार चौरसिया

      जवाब देंहटाएं
    11. दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !

      जवाब देंहटाएं
    12. दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।

      जवाब देंहटाएं
    13. बहुत सुन्दर रचना है!
      --
      प्रेम से करना "गजानन-लक्ष्मी" आराधना।
      आज होनी चाहिए "माँ शारदे" की साधना।।

      अपने मन में इक दिया नन्हा जलाना ज्ञान का।
      उर से सारा तम हटाना, आज सब अज्ञान का।।

      आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!
      दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!

      जवाब देंहटाएं
    14. 'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय ' यानी कि असत्य की ओर नहीं सत्‍य की ओर, अंधकार नहीं प्रकाश की ओर, मृत्यु नहीं अमृतत्व की ओर बढ़ो ।

      दीप-पर्व की आपको ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं ! आपका - अशोक बजाज रायपुर

      जवाब देंहटाएं
    15. दीपोत्सव पर हार्दिक शुभ भावनाएँ.
      - विजय तिवारी 'किसलय'

      जवाब देंहटाएं

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz