http://www.srijangatha.com/Vyangya1-24Sep_2k10 |
आपका क्या विचार है
चल रहे हैं ओपनिंग में
वैसे पैसे खत्म हो चुके हैं
खेल शुरू पैसे हजम।
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आपका क्या विचार है
चल रहे हैं ओपनिंग में
वैसे पैसे खत्म हो चुके हैं
खेल शुरू पैसे हजम।
अविनाश जी, आज नैतिक मूल्यों में काफी गिरावट आ चुकी है। हम इन स्वार्थी लोगों से ज्यादा अपेक्षा नहीं रख सकते।
जवाब देंहटाएंअच्छा विवेचन।
जवाब देंहटाएंप्रमोद ताम्बट
भोपाल
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व्यंग्य और व्यंग्यलोक
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