मेरी दिल्‍ली मजबूत दिल्‍ली : दिल है जिगर है

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • आप जिगर और दिल को एक मत समझिए और यह भी बेभ्रांति मान लीजिए कि दिल्‍ली रूपी शरीर के सभी अंग-प्रत्‍यंग बहुत मजबूत हैं। थोड़ी-बहुत बीमारी तो सभी को लगी रहती हैं, स्‍वाइन फ्लू, डेंगू नहीं, बल्कि रिश्‍वत, अव्‍यवस्‍था, अराजकता, लूटमार, बलात्‍कार, ठगी, राहजनी जैसी घटनाएं घट रही हैं और उनकी चिकित्‍सा जारी है। अगर घटनाएं घटेंगी नहीं तो आप जानना चाहेंगे कि घट क्‍यों नहीं रही हैं, अब घट रही हैं तब भी आप परेशान हैं, यही तो मुश्किल है आप लोगों के साथ, आप साफ-साफ सब समझते ही नहीं हैं और न समझना ही चाहते हैं तो अपने नजरिये को विकसित कीजिए बाबा, कि घटने का आशय कम होना भी होता है

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