हर माँ अपनी बेटी को कहती है की यह बात माँ बनोगी तो समझोगी..... वो बात माँ बनोगी तो समझोगी...... बातें तो बहुत हैं जो माँ बनकर समझ आती हैं पर सबसे खास बात यह हर बेटी माँ बनकर अपनी माँ को समझने लगती है.......उसके जैसी बनने लगती है।
पूरी रचना पढने के लिए यहाँ पधारें ...
अब मैं माँ को समझती हूँ......
अब मैं माँ को समझती हूँ......!
Posted on by डॉ. मोनिका शर्मा in
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
आपके आने के लिए धन्यवाद
लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद