nice वाले सुमन जी ने मुँह खोला। सारे रिकार्ड तोड़ते हुए सुमन जी ने मेरे ब्लॉग पर एक शेर कहा, आप भी गौर फरमाएँ :-
गाँधी के सपनो का यह भारत, यही स्वराज्य का मूल मन्त्र है।
सौगंध तुम्हे सत्ताधीशों, सच बतलाओ यह लोकतंत्र है ॥
nice
पोस्ट और उनका कमेन्ट आप भी देख सकते हैं।
http://vyangyalok.blogspot.com/2010/08/blog-post_14.html
नाइस वाले सुमन जी ने मुँह खोला।
Posted on by प्रमोद ताम्बट in
Labels:
nice
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
नाइस!
जवाब देंहटाएंए्ण्ड
सुपर नाइस!
Ye loottantra..Mazaaktantra....Beimaantantra.....aadi-aaditantra hai..sir...kuchh aur tantra bhi isme hai.
जवाब देंहटाएंSir जी,
जवाब देंहटाएंजिनका यहाँ गणतंत्र है उन्ही का लोकतंत्र और १५ अगस्त है। बाकियों का तो सूर्य अस्त है।
अरे बरसात के मोसम मै मुंह खोला है भाई कही मक्खी ना घुस जाये:) वेसे मिट्ठी मिट्ठी नाईस जी
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंनाइस
जवाब देंहटाएंsuper ,duper nice
जवाब देंहटाएंये अजूबा ही कहलाया...सुमन जी बोल उठे. :)
जवाब देंहटाएंपरसाई से हमने सीखा है . वे व्यंग्य के आदर्श हैं ।
जवाब देंहटाएंश्रद्धाञ्जलि ।
जल्दी से मुंह बंद कर लें सुमन जी, गर सारे नाइस बाहर कूद गए तो ... सब टिप्पणियां घबराकर इधर उधर ब्लॉग पोस्टों पर जाकर चिपक जाएंगी।
जवाब देंहटाएं