ऐसा कोई मिल जाए

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  • by
  • Vivek Sharma
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  • बिना र्शत के साथ निभाए
    ऐसा कोई मिल जाए ।
    बिना सुरों के सुर को सजाए
    ऐसा कोई फन मिल जाए ।

    न कोई रंग हो न कोई ढंग ही
    सादगी अनोखा मिल जाए ।
    स्वयं ही मेरे साथ में आए
    कोई रंग न रह जाए ।

    3 टिप्‍पणियां:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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