पंकज मिश्रा (चर्चा हिन्दी चिट्ठों की) के कंधों पर अब एक नई जिम्मेदारी आ गयी है। जब जिम्मेदारी आ ही गयी है तो निर्वहन भी करना ही है। यह जिम्मेदारी कुछ ऐसी है जिसे हंसते-हंसते उठाना पड़ता है। बस इसी चक्र में यह दुनिया भी चल रही है। कल उन्होने हमें एक खुशखबरी बताई, जिससे हम बहुत प्रसन्न हुए और सोचा की इस खुशी में आप सबको भी शामिल करलें।
उनके घर से टेलीग्राम आया है कि वे 18 जून को पिता बन गए, उन्हे अश्विनी नामक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। इन्होने हमे बिना मिठाई खिलाए नामकरण भी कर लि्या। हमने सोचा चलिए कोई बात नहीं मिठाई तो आती ही होगी। पहले यह खबर ब्लाग जगत के मित्रों तक पहुंचा ही दें। आइए इस खुशी के मौके पर सब शरीक होते हैं।
शुभकामनाएं और प्यार। यह तो आप जान ही गए होंगे कि शुभकामनाएं सभी के लिए और प्यार नवजात के लिए।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें पंकज जी , नन्हे को आशीर्वाद !
जवाब देंहटाएंमुबारक हो
जवाब देंहटाएं@अविनाश जी
अपना इमेल पता हमे mukeshy42@gmail.com पर भेज देँ
बधाई मिश्र जी को....
जवाब देंहटाएंपंकज भाई, बहुत बहुत बधाई। अब तो बनती है, थोड़ी सी मिठाई।
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डी0जे0 का मतलब पता है आपको?
किसने कहा पढ़े-लिखे समझदार होते हैं?
हार्दिक बधाई ।
जवाब देंहटाएंमाता जी (मेरी ) ने मुझसे पहले ही बता दिया था और यह भी कहा था बधाई दे दूं-सो दे चुके हैं ,दुबारा दे रहे हैं -पंकज को पुत्ररत्न की प्राप्ति पर बधाई और जच्चा बच्चा के भी स्वास्थ्य की बहुत शुभकामनाएं ,अश्विनी (यह जन्म- पूर्व नाम संस्कार हुआ था क्या? ) को आशीष !
जवाब देंहटाएंहमारी भी पंकज जी को हार्दिक बधाई ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई, पंकज जी
जवाब देंहटाएंcongrates bhaai..
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई ।
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