कल्पना करेंकरें कल्पनापर बंद करेंकलपनाऔर शुरू करेंहंसना औरतिलमिलाना।
जी हां, इसकी पूरी गारंटी दी जा रही है कि प्रेम जनमेजय विरचित सीता अपहरण कांड की विनय वर्मा द्वारा निर्देशित प्रस्तुति देखकर आप अवश्य ही हंसेंगे लेकिन इसमें अनेक दृश्य आपको तिलमिलाकर रख दें तो चौंकिएगा मत क्योंकि यही तो व्यंग्य का स्वभाव है। आज की कटु सच्चाई के स्वरूप से परिचित होने के लिए आप अवश्य टिकट बुक कर लीजिए।
इस प्रस्तुति के रचनात्मक सलाहकार भास्कर शेवलकर हैं। अब आप भास्कर ऑडिटोरियम और भास्कर शेवलकर में कोई सामंजस्य मत ढूंढने बैठ जाना क्योंकि आप तो उस थानेदार और नेता से मिलने जा रहे हैं, जिनसे मिलने के लिए सतयुग के राम-लक्ष्मण भी हैदराबाद पहुंच रहे हैं। नीचे दिया गया कार्टून न तो राम का है, न लक्ष्मण का, सीता का तो है ही नहीं, नेता और थानेदार का भी नहीं है। अब तो आप ही पहचानिए।
सीता का अपहरण हो गया है। राम-लक्ष्मण दोनों भाई हैं। आप परिचित हैं सतयुग के इस आख्यान से। कल्पना कीजिए सतयुग के राम-लक्ष्मण, आज के तथाकथित थाने पर सीता के अपहरण की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने थानेदार के समक्ष अवतरित होते हैं। लो जी, आपके मानस में अनेक बिम्ब उभरने शुरू हो गए। ऐसा ही होता है, हम कुछ सुनते-पढ़ते हैं और हमारा मानस कल्पना में गोते लगाना शुरू कर देता है।
निश्चित ही वे नेक नहीं होंगे, अनेक होंगे। आप में से अनेक सोच रहे होंगे कि अनेकों होंगे। पर एक के अनेक हो सकते हैं, परंतु अनेक के अनेकों कैसे होंगे ? अगर आप करेंगे तो वो भी एकवचन-बहुवचन कांड हो जाएगा और ऐसे कांड भाषा के साथ रोज हो रहे हैं।
व्यंग्यकार प्रेम जनमेजय विरचित सीता अपहरण कांड, आजकल केस नहीं कहते हैं, आप जानते ही हैं कि ऐसी दुर्घटनाओं को कांड ही कहा जाता है, का मंचन हैदराबाद में हो रहा है।
अरे भाई, भागे थोड़े ही जा रहे हैं, थानेदार से डरकर, न ही यहां कोई नेता मौजूद है, बस सब्र रखिए तनिक।
रविवार 27 जून 2010 को सायं 7.30 बजे किया जा रहा है।
फिर जानना चाह रहे हैं कि कहां किया जा रहा है, बतला रहा हूं। ऐसा लग रहा है कि आप अवश्य आयेंगे। आज के इस सीता-अपहरण कांड में आपकी दिलचस्पी बढ़ती ही जा रही है और आपकी दिलचस्पी देखकर ही मैं दस दिन पहले आपको बतला रहा हूं, अगर मैंने 27 जून को ही आपको बतलाया, तो आप कहेंगे कि अब हम तुरंत हैदराबाद कैसे पहुंचे, तो हल इसका भी है, पर वो महंगा है और ,उस महंगे हल को सस्ता करने के लिए आपको दस दिन पहले बतलाया रहा है, जिससे आप टिकट बुकिंग करवा सकें। आप जो भी टिकट बुक करवायेंगे, वो सस्ती नहीं होगी तो भी कन्फर्म तो होगी लेकिन उसी दिन करवाई तो हवाई जहाज की टिकट भी महंगी होगी। इसलिए आप टिकट संबंधी कार्यवाही आज ही कर लें।
हैदराबाद से बाहर के दर्शकगण दो दो टिकट बुक करेंगे और हैदराबाद वाले एक। जी मेरा आशय डोनर कार्ड से ही है।
अब हम मिलेंगे। 27 जून 2010 को हैदराबाद के बी.एम. बिरला साइंस सेंटर, आदर्श नगर के भास्कर ऑडिटोरियम में। पर आप कहां चल दिए, टिकट तो बुक करवा लेना परंतु ऊपर दी गई इमेज पर चटका लगाकर पोस्टर-दर्शन तो कर ही लीजिए। अरे भाई, क्यों इसमें भी आप गरमागरम सीन की तलाश कर रहे हैं। हम सबको ऐसे सार्थक पोस्टर-दर्शन भी अवश्य करने चाहिएं, जिससे मंचन या प्रस्तुति देखने का आनंद बढ़े और पोस्टर-सृजनकर्ता को प्रोत्साहन मिले। आप पोस्टर पर भी अवश्य अपनी राय दीजिएगा।
इस पोस्ट पर 50वीं, 75वीं और 100वीं टिप्पणी करने वाले टिप्पणीकार को पांच डोनर कार्ड नि:शुल्क देने की व्यवस्था की गई। आपसे अनुरोध है कि इस सुविधा का लाभ अवश्य उठाएं, वैसे यह लाभ अधिक भारी नहीं है। आप स्वयं ही उठा पायेंगे।विजेता टिप्पणीकार डोनर कार्ड के लिए प्रेम से परिपूर्ण होकर संपर्क करें
Dr. Prem Janmejai
# 73 Saakshara Appartments
A- 3 Paschim Vihar, New Delhi - 110063
Phones:(Home) 011-91-11-25264227
(Mobile) 9811154440
# 73 Saakshara Appartments
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(Mobile) 9811154440
अब कुछ जानकारी अंग्रेजी में दी जा रही है :-
Your wife is abducted and you go to the police station to file your complaint. Just imagine you are Ram accompanied by Lakshman, and the wife happens to be Sita…
Kaliyug ka thanedaar, Satyug ke Ram-Lakshman…
Sutradhar
Presents
Its
21st Workshop Production
Donor pass: Rs. 100/- each
For details and tele-booking call Shayontoni (97045 18555), Sanjogita (97017 03717) and Gaurav (92993 078666) or by mailing vinay@sutradharactors.com
पहले टिप्पणी करने वाले को इनाम में क्या मिलेगा....वैसे प्रेम जी को बधाई ..
जवाब देंहटाएंJab sab kuchh ho jayega to khabar kar dena avinashji kyonki idhar bahar nikalna nahin ho payega.
जवाब देंहटाएंवाह अविनाश सर,, बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने ..पर हमारी तो हालात एक बंधुआ मजदूर से भी बदतर है ..आना चाहकर भी नहीं आ पायेंगे .. इधर आजकल हमारे आकाओं के सर पर आजकल जिम्मेदारियोंकी गगरी रख दी गई है अब क्या करे बेचारे, गगरी बहुत छलक रही है .. शायद पानी के अभाव में पूरी नहीं भर पाए ..अब हम उनकी छलकती गगरी का पानी इकठ्ठा करने में लगे हैं ..उनके आदेशानुसार पहले ही से भरी हुई हमारी टंकियों में पानी इकठ्ठा कर रहे हैं...शायद पानी की समस्या से थोडा निजात मिल सके . अब इतने महत्ववपूर्ण काम से फ्री हों..तो आयें..आप ही बताओ सर..
जवाब देंहटाएंsutradhar natakon ke liye jana mana group hai .gambhir natakon ki prastuti bhi rochak tarike se karte hai .vinay varma achche kalakar hai .hamara prayas rahta hai ki is ki har prastuti ko dekhe.prem ji ne achcha group chuna hai.yadyapi usdin hame local ek shadi me jana hai par manage karege aur jarur dekhenge.prv suchana dene ke liye dhanyvad.
जवाब देंहटाएंpavitra agarwal