-डा० डंडा लखनवी
छः माह पूर्व मेरा स्कूटर एक लीटर पेट्रोल में चालीस से पैतालीस कि0 मी0 प्रति लीटर एवरेज देता था। दो माह से यह एवरेज घट पच्चीस से तीस किलोमीटर प्रति लीटर रह गया। मैंने स्कूटर का ब्लाक, पिस्टन, इंजन आयल, गेयर आयल, हवा आदि चेक कराये उस स्तर पर सब कुछ सामान्य था। अब यह चेक करने की बारी थी पेट्रोल पंप पर भराए जा रहे पेट्रोल में कोई मिलावट अथवा उसमें घटतौली तो नहीं है। उस स्तर पर जाँच के बाद पिट्रौल में घटतौली पकड़ में आई।
कैसे होती है घटतौली ?
लखनऊ के पेट्रोल पंपों पर जब आप अपने वाहन में पेट्रोल भराने जाएंगे तो हर फिलिंग प्वाइंट आपको दो कर्मचारी मिलेंगे। इसमें से एक कर्मचारी वाहन में पेट्रोल भरेगा और दूसरा कर्मचारी रकम वसूलेगा। यही दोनों कर्मचारियों की मिली जुली साजिस के कारण जितनी कीमत आप चुकाएगे उतनी कीमत का पेट्रोल आपको नहीं मिलेगा। आपको पता भी नहीं चल पाएगा आप ठगे जा चुके हैं। जब यह सब पता चलेगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।
होता यह है कि पिट्रोल-पंप पहुँचने पर कर्मचारी कितना पेटोल भरा जाय यह आपसे पूछेगा। आप उसे वाहन में भरने हेतु पेटोल की मा़त्रा बताएंगे। इसके बाद वह आपसे मीटर का शून्य देखने को कहेगा। आप मीटर पर शून्य देखेंगे और ओ0के0 कहेंगे। अब वह पेटोल भरना शुरू कर देगा। अभी आपके वाहन में पूरी कीमत का पेटोल भर नहीं पाया है। आप मीटर की ओर देख रहे हैं। इस बीच दोनों कर्मचारियों में से कोई एक ऐसी बात कहेगा जिससे आपका ध्यान मीटर की ओर से हट जाएगा। इधर आपका ध्यान मीटर से हटा उधर रकम वसूलने वाले वाले कर्मचारी ने सप्लाई आफ की और मीटर जीरो पर पुनः आ गया। आप सोचेंगे कि पूरी मात्रा में पेटोल भरे जाने के बाद जीरो हुआ है परन्तु वास्तव में ऐसा नहीं होता है। आप घटतौली के शिकार हो चुके होतें हैं। पेटोल पंपों पर ऐसी ठगी शाम-सुबह जब भीड़ का दबाव अधिक होता है, ज्याद होती है। इस ठगी से बचने का उपाय यह है कि आप जितनी कीमत का पेट्रोल लेना हो उतनी कीमत मीटर में फीड करा कर पेट्रोल भराएं।
पिछले कई महीनों से मैं इस ठगी का शिकार हो रहा था। कई पेट्रोल पंपों पर कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ा और पूरी कीमत का पूरा माल लिया। उपभोक्ता गण सावधान! कहीं आप भी तो ऐसी ठगी के शिकार तो नहीं हो रहे हैं ?
सावधान!: आप पेट्रोल-घटतौली के शिकार तो नहीं
Posted on by डॉ० डंडा लखनवी in
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लूट है यह तो!
जवाब देंहटाएंहिन्दी में विशिष्ट लेखन का आपका योगदान सराहनीय है. आपको साधुवाद!!
जवाब देंहटाएंलेखन के साथ साथ प्रतिभा प्रोत्साहन हेतु टिप्पणी करना आपका कर्तव्य है एवं भाषा के प्रचार प्रसार हेतु अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें. यह एक निवेदन मात्र है.
अनेक शुभकामनाएँ.
बढ़िया खबर !
जवाब देंहटाएंएसे चोर उचक्कों की कनपटी पे दो लगाने भी चाहिये
जवाब देंहटाएंthax so much sir
जवाब देंहटाएंur initiative is great . u r really great writer
जवाब देंहटाएंur initiative is great . u r really great writer
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