क्या भारतीय हाकी टीम को बैसाखियो की जरूरत है?
Posted on by मनुदीप यदुवंशी in
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बैसाखियो की जरूरत,
भारतीय हाकी टीम
आज कल हम सब टी.वी पर कुछ विग्यापन देख रहे है जिसमे हाकी वर्ल्ड कप को समर्थन करते हुये कुछ खिलाडियो को दिखाया जा रहा है. यह देख कर खुशी हुई कि हमारी लडखडाती हुई हाकी टीम को प्रोत्साहित करने मे जो अनदेखी लम्बे समय से हो रही थी अब उसकी ओर कम से कम मीडिया का ध्यान जा तो रहा है. मगर एक बात मेरे गले नही उतर रही और शायद मेरे जैसे कितने ही लोग होगे जिनको यह बात असमंजस मे डालती होगी कि भारतीय हाकी के खेल को जो लोग बढावा देने की बात करते दिख रहे है वो फिल्मी सितारे है जैसे प्रियांका चोपडा जी, अभिषेक बच्चन जी है और तो और क्रिकेट जगत के धुरन्धर खिलाडी जैसे वीरेन्द्र सहवाग भी हाकी जैसी लडखडाती टीम का साहस बढाते दिखाई दे रहे है. इतना सारा प्रोत्साहन देखकर अच्छा लगता है. मगर फिर एक बात मेरे मन को शंका से भर देती है कि ये प्रोत्साहन कार्यक्रम कही हाकी को बैसाखी के रूप मे तो प्राप्त नही हो रहे?? क्योकि इन चेहरो मे किसी हाकी खिलाडी का चेहरा तो दिखाई ही नही दे रहा !!! भारत की भोली जनता तो उनके हाकी खिलाडियो को देखने के लिये मैच की टिकट ही लेनी होगी क्या ??? कितना अच्छा होता अगर इन प्रोत्साहन कार्यक्र्मो मे किसी हाकी खिलाडी को भी फिल्माया गया होता. क्योकि ये कार्यक्र्म भारतीय हाकी को बैसाखी की तरह दिये गये है कि जैसे भारतीय हाकी खिलाडियो का कोई अस्तित्व ही नही है या फिर उनमे आत्मबल की कभी है??एक भारतीय होने के नाते मेरा यह विचार है कि हाकी टीम के खिलाडियो को भी मीडिया जगत मौका दे, समर्थन दे उन्हे सीधे तौर पर भारतीय जन-मानस तक पहुचाये . तभी तो हम सीधे सीधे अपने खिलाडियो से जुड पायेगे. आपका क्या कहना है???
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hockey khiladi ka chera bike nahi bekva sakata isliye uska chera kis kaam kaa. jo bikata hain vahi dikhata hain.
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