मीडिया भाषा और जीवन की संस्कृति को विकृत कर रहा है और लोगों के बार-बार संकेतित करने के बावजूद सचेत नहीं हो रहा है। भाषा का संबंध संस्कृति से भी है. हमारी संस्कृति युग-युग से भाषा से प्रभावित होती रही है. भाषा के समाजशास्त्र में हम इस बात का विवेचन भी करते हैं. यह बात प्रमाणित हो गयी है कि भाषाविज्ञान ने आँखे ही समाजशास्त्र की गोद में खोली है. इसलिए भाषा का संबंध संस्कृति से भी है. भाषा संस्कृति को प्रभावित करे या संस्कृति भाषा को प्रभावित करे, यह बात तय है कि दोनों ही स्थितयों में इस प्रभाव या परिवर्तन की प्रक्रिया दीर्घ होती है. पूरा लेख पढ़ें...
मीडिया से भाषा और संस्कृति दोनों मटमैली
Posted on by पुष्कर पुष्प in
Labels:
मीडिया,
मीडिया ख़बर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
बढ़िया आलेख!
जवाब देंहटाएंविजयादशमी पर्व की आपको शुभकामनाएँ!