साथियों,
यह बताते हुए मुझे हर्ष हो रहा है कि ‘नुक्कड़’ पर अनुसरणकर्ताओं (Followers) की संख्या अब सौ को पार कर चुकी है और कुल पोस्ट की संख्या यहां483 से उपर हो गयी है। यह ब्लॉग-प्रेमियों का पुराना साझा-मंच है... एक चौराहे की तरह, जहाँ हम सब आकर मिलते रहते हैं और बेबाक़ी से अपनी बात रखते हैं। तो बात यह है कि पोस्टों की संख्या बढ़ जाने के कारण मुझ जैसे धीमी गति के डाटा-स्पीड नेट पर काम करने वाले लोगों को अपनी पुरानी पोस्टें खोजने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। हर बार पेज पर नीचे older posts को किल्क कर अपने वांछित पोस्ट तक पहुँचना पड़ता था, या फिर सर्च-इंजिन की सहायता से उस पोस्ट को खोजना पड़ता था।इसके अलावे कब,किसने क्या लिखा, यह भी देखने में परेशानी होती थी।
पर अब यह परेशानी दूर कर दी गयी है। दाहिनी ओर उपर ही साईडबार में
‘सभी पोस्ट दिखाएँ’ लिंक पर किल्क करने से मुख्य-पृष्ठ पर ही सारे पोस्ट के लिंक उपलब्ध हो जाते हैं जिसे किल्क कर देखा जा सकता है। सुविधा के लिये प्रति पृष्ठ पोस्ट की संख्या 150 रखी गयी है जिसे घटाया बढाय़ा जा सकत है। फिर नीचे older posts को किल्क करने पर अगला 150 पोस्ट लिंक खुल जायेगा। तो है न यह सुविधा वाली बात!
मैंने अपने साईट
स्मृति-दीर्घा और
सबद-लोक पर भी यह सुविधा कर रखी है।
संगीता पुरी जी के ब्लॉग
गत्यात्मक ज्योतिष पर भी पोस्टों की संख्या बढ़ रही है। अत: उन्हें भी यह काम कर लेना चाहिये ताकि पाठकों को कोई पुराना अभिलेख खोजने में दिक्कत न आये।
साथ ही सभी ब्लॉगर साथियों से निवेदन करना चाहूंगा कि वे ब्लॉग के मुख्य-पृष्ठ पर पोस्ट की संख्या अधिक न रखें। अधिक रखने से ब्लॉग खुलने में खासकर वैसे जन को दिक्कतें आती है जहाँ धीमा डाटा-स्पीड का नेट उपलब्ध होता है। पोस्ट की संख्या अवश्य कम रखा करें।
साथियों, आप सोच रहे होंगे कि जब यह सब इतना आसान और सुविधाजनक है तो मैं यहां इसके करने की विधि क्यों नहीं बता रहा। तो इस मेरा कहना यह है कि यह काम उन लोगों का है जो टेकनीक-ब्लॉग संचालित कर रहे हैं। मैं तो लेखक-कवि मात्र हूँ और उनका हक़ छीनना नहीं चाहता। हां.. यह काम HTMl को Edit कर विजेट लगाने का है जिसमें सतर्कता भी रखनी पड़ती है जिसे मुझसे बेहतर वे जन ही बता पायेंगे। यह तो आदरणीय भाई अविनाश जी का प्यार है कि अपने साथ-साथ उनके ब्लॉग पर भी इक्का-दुक्का काम कर देता हूँ। तो साथियों,फिर मिलेंगे नये पोस्ट के साथ। तब तक आप नुक्कड़ के ’पोस्ट-अनुक्रम’के नीचे
‘सभी पोस्ट दिखाएँ’ बटन को किल्क कर पुरानी पोस्टों का लुत्फ़ लीजिये। धन्यवाद।
बहुत बढिया हो गया ये तो...धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयह बहुत उपयोगी काम हो गया । लाभ मिलेगा इससे ।
जवाब देंहटाएंप्रिय भाई सुशील कुमार
जवाब देंहटाएंमुझे प्रिय तो हैं परंतु
उनके इस कथन से
मैं घोर असहमति रखता हूं
और यह उनके इस पोस्ट के
दिए गए ब्यानों में भी
विरोध का आभास देता है।
उनका कहना है कि अपने
ब्लॉग के साथ उनके ब्लॉग पर
इक्का दुक्का काम
पर वे इक्का दुक्का नहीं
रुक्का (पूरा) काम करते हैं
।
उनका ब्लॉग को मेरा बतलाना
जबकि उपर वे इसे
ब्लॉग-प्रेमियों का पुराना साझा-मंच
बतला रहे हैं।
आप आप ही तय करें
कि वे ही सही हैं
और आज ताऊ डॉट इन
http://taau.taau.in
पर पढ़ना ना भूलें
परिचयनामा।
बहुत बढ़िया है यह बात!
जवाब देंहटाएंनुक्कड़ को followers की संख्या 100 पार कर जाने पर बहुत बधाई ..अब पुरानी पोस्ट पढना आसान हो गया है ..आभार ..!!
जवाब देंहटाएंअब तो पुराने पोस्टों को पढने में बहुत सुविधा हो गयी !!
जवाब देंहटाएंचलो अच्छी ख़बर मिली है हमें। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंये आपने बहुत बढ़िया किया.
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