पाक के हालात पर खुश होने की जरुरत नहीं

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  • पुष्कर पुष्प
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  • अभी खबर आई थी कि पाकिस्तान के कबायली इलाके की स्वात घाटी में तालिबान और पाक सरकार के बीच युद्ध विराम का समझौता हो गया है और पाक सरकार इस बात पर राजी हो गई है कि स्वात घाटी में तालिबान अब शरियत का कानून लागू करेंगे। ठीक इसी समय पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का बयान आया कि पाकिस्तान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

    दोनों खबरें भारत को परेशान करने वाली हैं। स्वात में तालिबान के सामने पाक हुकूमत का घुटने टेकना और जरदारी की स्वीकारोक्ति यह बताती है कि पाकिस्तान विघटन के कगार पर खड़ा है। इस खबर पर भारत में तथाकथित राष्ट्रवादी खुशी में झूम रहे हैं कि अब ‘नक्शे में से पापी पाकिस्तान का नाम मिट जाएगा’। लेकिन ऐसी खुशियाँ मनाने वाले उन लोगों में हैं जो पड़ोसी का घर जलते देखकर खुशियाँ मनाते वक्त यह भूल जाते हैं कि पड़ोसी के घर से उठी लपटें हमारा अपना घर भी स्वाहा कर देंगी। अमलेंदु जी द्वारा लिखित इस पुरे लेख को आप मीडिया ख़बर.कॉम पर पढ़ सकते हैं ।

    1 टिप्पणी:

    1. चाहते नहीं हम
      पड़ोसी हो स्‍वाह
      बता रहे हालात
      खाएगा वो लात
      आज नहीं कल
      माने नहीं बात
      छिपती नहीं है
      कभी भी औकात

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