नव वर्ष पर
हर्ष मनाने से पहले
संकल्प लें सब
हर नया बरस
संवारेंगे हम
अपने सत्कर्मों से।
सुधर जाएगा खुदबखुद
भविष्य समाज का
और अधिकारी बनेंगे
सच्चे अर्थों में हम
तभी उचित सम्मान के
अन्यथा
जो सत्कार हमारा होगा
मात्र एक भुलावा होगा।
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