जगा जगा चांद

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • जगा जगा चांद
    सोया सारा जहान

    यह चांद गोवा का है।
    पर मैंने जाना है
    चांद एक ही है
    वह गोवा का भी है
    सारे जहान का ही है
    आज चांद जब जगा था
    मैं भी जगा था
    तब उसका चित्र लेने का
    मेरा भाव जगा था
    अब अपने भाव दें

    1 टिप्पणी:

    1. " चंदा तो यहाँ भी दिखा था
      उसे छूने का भाव जगा था "

      उस तक हाथ अभी पहुँचा ही नहीं था
      कि
      आपने उसे चित्र में कैद कर लिया"
      जगमग करती भावपूर्ण रचना.

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