tag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post7388357916337261094..comments2024-03-07T19:38:46.484+05:30Comments on नुक्कड़: कृष्ण जन्माष्टमी पर पब्लिक को परेशान करके क्या बतलाना चाह रहा है इस्कान मंदिर प्रबंधनअविनाश वाचस्पतिhttp://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-73045158972976535962012-08-12T18:06:39.082+05:302012-08-12T18:06:39.082+05:30सहमत हैं आपसे, नर को परेशान करके नारायण को कैसे प्...सहमत हैं आपसे, नर को परेशान करके नारायण को कैसे प्रसन्न कर पाओगे?ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-37894092020167025042012-08-10T21:08:29.495+05:302012-08-10T21:08:29.495+05:30कृष्ण जी से लेने लगे क्यों अब पंगा
मन चंगा तो कठौत...कृष्ण जी से लेने लगे क्यों अब पंगा<br />मन चंगा तो कठौती में होती है गंगा!!सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-67215763409436812752012-08-10T20:55:22.521+05:302012-08-10T20:55:22.521+05:30सही अगरचे याद है, यही सही इस्कान |
पुरुष पुजारी को...सही अगरचे याद है, यही सही इस्कान |<br />पुरुष पुजारी को छुवा, अन्दर इक हैवान |<br />अन्दर इक हैवान, ढोंग इनका है चालू |<br />इनके हैं आदर्श, हमारे कृष्णा कालू |<br />लेते उनसे सीख, भला हो जाता इनका |<br />लेकिन कर्फ्यू दीख, पडोसी पूरा भिनका ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com