tag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post576237726363092675..comments2024-03-07T19:38:46.484+05:30Comments on नुक्कड़: सर पे लटकती ये तलवार हैअविनाश वाचस्पतिhttp://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-7845249213594069742009-08-24T12:49:27.138+05:302009-08-24T12:49:27.138+05:30शेयर बाजार को वैसे जुआ का अड्डा समझा जाए .. जिसे क...शेयर बाजार को वैसे जुआ का अड्डा समझा जाए .. जिसे कानूनी मान्यता मिली हुई है .. बहुत सुंदर व्यंग्य किया है आपने .. सचमुच सर पे लटकती तलवार बनकर रह गयी है ये !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-68092822039871157322009-08-24T09:34:52.326+05:302009-08-24T09:34:52.326+05:30Bhaiyaa Dewali ho ya ho Dewaalaa
khul ke kaho gaz ...Bhaiyaa Dewali ho ya ho Dewaalaa<br />khul ke kaho gaz ke milke kaho <br />Ganpati bappa moreya Mangal murti toreyAA<br />[1]JHALLI GALLAN <br />[2]JHALLI-KALAM-SE<br />[3]ANGREZI-VICHAR.BLOGSPOT.COMjamos jhallahttps://www.blogger.com/profile/13984195512782941103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-14381899124043941752009-08-24T08:02:21.728+05:302009-08-24T08:02:21.728+05:30बहुत शानदार..........
बहुत रोचक
और बहुत सजीले श...बहुत शानदार..........<br />बहुत रोचक<br />और बहुत सजीले शब्दों में आपने सदी के सबसे बड़े<br />गोरखधंधे पर काव्य व्यंग्य-काव्य लिखा है<br /><br />मज़ा आया........<br />___बधाई !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-68664703708984868682009-08-24T07:46:34.085+05:302009-08-24T07:46:34.085+05:30हमने तो आई पी ओ
लगाने पर पाने वालों
को भी बेसब्र...हमने तो आई पी ओ <br />लगाने पर पाने वालों <br />को भी बेसब्री से<br />लुटते देखा है<br /><br />बाजार सिर्फ लूट रहा है<br />हम सोचते हैं <br />कोई तो होगा<br />जो मुनाफा कूट रहा है<br /><br />मुनाफा कोई बिस्कुट नहीं है<br />जो आसानी से कूटा जाएगा<br />निवेशक हर हाल में ही<br />राजीव भैया लूटा जाएगा<br /><br />सेंसेक्स का सेक्स<br />अजब निराला है<br />हर कोई मतवाला है<br />भेद न फिर भी पाया<br />ऐसा मुंह हुआ काला है<br /><br />आपरेटरों की दुनिया की<br />अद्भुत कहानी है<br />नेताओं के बयानों की<br />सेंसेक्स दीवानी है<br />बयान पर ही तो<br />देखो मनती दीवाली है<br /><br />न हो बयान तो<br />चारों तरफ तंगहाली है<br />सेंसेक्स हारने वाले के लिए<br />सबसे बड़ी गाली है<br /><br />फिर भी कमाने में लालच में<br />हाथ डालता है इंसान<br />चाहे ये एक गंदी नाली हैअविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7293001434674677831.post-9473601329871791482009-08-24T07:22:26.398+05:302009-08-24T07:22:26.398+05:30सेंसेक्स की लीला भी अजब निराली है ...किसी का निकला...सेंसेक्स की लीला भी अजब निराली है ...किसी का निकला दिवाला ..किसी की दिवाली है ..!!<br />बहुत बढ़िया ..!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com