नवभारत टाइम्‍स ई पेपर के चिट्ठों की चर्चा अगले सोमवार के लिए मुल्‍तवी कर दी गई है

यह मर्जी मेरी नहीं
उन सबकी है
जिन्‍होंने नहीं बनाए
हैं अपने ब्‍लॉग
नवभारत टाइम्‍स ब्‍लॉग
ई पेपर की वेबसाइट पर।

वेबसाइट पर क्लिक करें
और बना लें
अपने अपने ब्‍लॉग
फिर देखेंगे वे जो सपना
वो सच होगा।

उनके ब्‍लॉग की होगी चर्चा
उनके विचारों का भी बनेगा पर्चा
उस पर्चे को भी सभी पढ़ेंगे
मोड़कर उसे जेब में
नहीं रख सकेंगे

कितना अच्‍छा लगेगा
अब तक पढ़ते रहे हैं आप
और अब लिखने लगेंगे।

आप ब्‍लॉग बनाएं
और उसकी सूचना
nukkadh@gmail.com पर
तुरंत भिजवाएं।

सबसे पहले मिलेगी बधाई
फिर हम ही खिलाएंगे मिठाई।

1 टिप्पणी:

आपके आने के लिए धन्यवाद
लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

 
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